गेहूं-सरसों सहित कई फसलों का MSP बढ़ा, जानें अब किसका कितना हो गया नया रेट
MSP for rabi crops 2021-22: मौजूदा समय में सरकार खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है.
सरसों का एमएसपी 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है. (PTI)
सरसों का एमएसपी 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है. (PTI)
MSP for rabi crops 2021-22: सरकार ने बुधवार को चालू फसल वर्ष 2021-22 के लिए गेहूं (wheat msp) का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया. इसके अलावा सरसों का एमएसपी 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, सरकार की इस पहल का मकसद इन फसलों की खेती के रकबे के साथ-साथ किसानों की इनकम को बढ़ाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की मीटिंग में इस संबंध में फैसला लिया गया.
23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है सरकार
खबर के मुताबिक, एमएसपी (Minimum Support Price) वह दर है जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है. मौजूदा समय में सरकार खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है. खरीफ (गर्मी) फसलों की कटाई के तुरंत बाद अक्टूबर से रबी (सर्दियों) फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है. गेहूं और सरसों रबी की प्रमुख फसलें हैं.
एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, सीसीईए ने फसल वर्ष 2021-22 (जुलाई-जून) और 2022-23 मार्केटिंग सेशन के लिए छह रबी फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है. इस फसल वर्ष के लिए गेहूं का एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो फसल वर्ष 2020-21 में 1,975 रुपये प्रति क्विंटल था. विज्ञप्ति में कहा गया है कि गेहूं की उत्पादन लागत 1,008 रुपये प्रति क्विंटल होने का अनुमान लगाया गया है.
TRENDING NOW
अधिकारी के मुताबिक, सरकार ने रबी विपणन सत्र 2021-22 के दौरान 4.3 करोड़ टन से ज्यादा की रिकॉर्ड गेहूं की खरीद की है. जौ का समर्थन मूल्य 2021-22 के फसल वर्ष के लिए 35 रुपये बढ़ाकर 1,635 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पिछले वर्ष 1,600 रुपये प्रति क्विंटल था. दलहनों में, चने का एमएसपी पहले के 5,100 रुपये से 130 रुपये बढ़ाकर 5,230 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जबकि मसूर (मसूर) के लिए एमएसपी पहले के 5,100 रुपये से 400 रुपये बढ़ाकर 5,500 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है.
तिलहन की एमएसपी
तिलहन के मामले में सरकार ने फसल वर्ष 2021-22 के लिए सरसों के एमएसपी को 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जो पिछले वर्ष में 4,650 रुपये प्रति क्विंटल था. सूरजमुखी का एमएसपी पहले के 5,327 रुपये प्रति क्विंटल से 114 रुपये बढ़ाकर 5,441 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है.
रबी फसलों के एमएसपी में ग्रोथ
विज्ञप्ति में कहा गया है, सरकार ने रबी मार्केटिंग सेशन 2022-23 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में ग्रोथ की है ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके. सरकार ने कहा कि मार्केटिंग सेशन 2022-23 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में ग्रोथ, केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणाओं के मुताबिक है, जिसमें उत्पादन की औसत लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी तय करने की अनाउंसमेंट की गई थी. इसका मकसद किसानों के लिए उचित लाभ सुनिश्चित करना है.
बयान में कहा गया है कि किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित लाभ गेहूं और सरसों (प्रत्येक में 100 प्रतिशत) के मामले में सबसे ज्यादा होने का अनुमान है. इसके बाद मसूर (79 प्रतिशत), चना (74 प्रतिशत), जौ (60 प्रतिशत) और सूरजमुखी पर (50 प्रतिशत) का स्थान आता है. सरकार ने यह भी कहा कि पिछले कुछ सालों में तिलहन, दलहन और मोटे अनाज के पक्ष में एमएसपी को फिर से दुरुस्त करने के लिए ठोस प्रयास किए गए ताकि किसानों को इन फसलों के लिए खेती का रकबा बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके और साथ ही और मांग और आपूर्ति के असंतुलन को ठीक करने के लिए सबसे बेस्ट तकनीकों और कृषि प्रणालियों को अपनाया जा सके.
Zee Business Hindi Live यहां देखें
एडिबल ऑयल पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी
इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा हाल में घोषित एडिबल ऑयल पर राष्ट्रीय मिशन-तेल पाम (एनएमईओ-ओपी) - जैसी एक केंद्रीय योजना से एडिबल ऑयल का घरेलू उत्पादन बढ़ाने और आयात पर निर्भरता को कम करने में मदद मिलेगी. कुल 11,040 करोड़ रुपये के खर्च के साथ एनएमईओ-ओपी योजना न केवल खेती के रकबे के विस्तार और उत्पादकता को बढ़ाने में सहायता करेगी, बल्कि किसानों को उनकी आय और अतिरिक्त रोजगार पैदा होने से भी फायदा मिलेगा.
10:26 PM IST